चहनियां। विद्युत विभाग चहनियां और यहां नियुक्त जे ई रीतेश निषाद की तानाशाही इन दिनों विद्युत उपभोक्ताओं पर भारी पड़ने लगी है। विजली बिल जमा होने के बाद भी आरसी काटने, विद्युत संयोजन के लिए पंजीकरण के बाद भी सुविधा शुल्क न मिलने से कनेक्शन ना देने, मीटर ना लगे होने के बावजूद बाईपास विद्युत कनेक्शन की धौंस बनाना, किसान यूनियन की मांग पर दिन में विद्युत कटौती के निर्देश को नजरअंदाज कर एक लाईनमैन द्वारा चहनियां कस्बा में धन उगाही कराकर विद्युत आपूर्ति जारी रखने का तानाशाही रवैया लोगों को भारी पड़ने लगा है।
एक तरफ सरकार का लक्ष्य विद्युत उपभोक्ताओं से अधिक राजस्व वसुली कराना और विद्युत व्यवस्थाओं को सुचारू करना है। वहीं चहनियां मारूफपुर विद्युत उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियन्ता रीतेश निषाद की तानाशाही पूर्ण कार्य प्रणाली से क्षेत्र के उपभोक्ता परेशान हो गए है। अभी चार दिन पहले ही मजिदहा के रघुनाथ चौरसिया की विजली बिल जमा होने के बावजूद आरसी काटकर कुर्की कराने की धौंस देने का मामला सामने आया था कि बीते शनिवार को मारूफपुर निवासी उपभोक्ता राममूर्ति पांडेय का बिजली बिल हर माह जमा होने के बावजूद मार्च अप्रैल माह में विद्युत मीटर रीडर द्वारा 698.97 रूपये की रसीद दी गयी। मंगलवार को जब बिल जमा करने पहुंचे तो वहां उपस्थित बाबू द्वारा 761 रूपये बकाया होना बताया गया। वहीं मौजूद जेई से इस सम्बन्ध में उपभोक्ता द्वारा पूछा गया तो वे डांटने के अंदाज में कहा कि जो कहा जा रहा है वो जमा करो। अन्यथा एक्सीयन के पास जाओ वहीं आकर मीटर रीड करेंगे और बिल जमा करायेंगे। हमारा काम बिल भुगतान कराना और उनमें कमी को सुधारना नही है। इस सम्बन्ध में पत्र प्रतिनिधि से जेई ने बताया कि इनके विद्युत बिल में 61.97 पैसे सरचार्ज जुड़ गया है लेकिन कैसे जुड़ा है यह पता नही चल रहा है।जबकि इनका विद्युत बिल पहले का जमा भी है।