आधुनिक कृषि तकनीकों से रूबरू हुए किसान
चंदौली। कृषि विज्ञान केन्द्र चंदौली में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता अभियान के तहत एक दिवसीय जनपद स्तरीय किसान मेले का भव्य आयोजन किया गया। मेले का शुभारंभ अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) राजेश कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने प्रांगण में लगाए गए विविध विभागीय स्टॉलों का अवलोकन किया और किसानों से संवाद कर उनकी समस्याओं एवं अपेक्षाओं को जाना।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेन्द्र रघुवंशी ने की। उन्होंने कृषि विविधीकरण, वानिकी, कृषि उत्पादों के मूल्य संवर्धन, मखाना एवं सिंघाड़ा खेती सहित समसामयिक फसलों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि आज खेती केवल जीविकोपार्जन का साधन नहीं बल्कि लाभकारी व्यवसाय के रूप में उभर रही है।
केवीके वैज्ञानिक डॉ. चन्दन सिंह ने फसल अवशेष प्रबंधन, रबी फसलों विशेषकर गेहूं और सरसों में उन्नत तकनीक तथा सल्फर उपयोग की जरूरत पर प्रकाश डाला। भूमि संरक्षण अधिकारी ने पंडित दीन दयाल किसान समृद्धि योजना और खेत तालाब योजना के बारे में जानकारी देते हुए किसानों को जल एवं मिट्टी संरक्षण के लिए प्रेरित किया।
जिला उद्यान अधिकारी ने एकीकृत बागवानी मिशन के तहत केले की खेती से 3 से 5 लाख प्रति हेक्टेयर अतिरिक्त आय अर्जित करने के तरीकों की जानकारी दी। साथ ही प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत स्प्रिंकलर पर 90% अनुदान, तथा आलू की नई किस्मों का आधार बीज किसानों के लिए उपलब्ध होने की जानकारी दी।
एफपीओ निदेशक रमेश सिंह एवं रतन सिंह ने डीएसआर विधि, दलहन–तिलहन उत्पादन एवं पराली प्रबंधन के विषय पर किसानों को जागरूक किया।
अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि किसान वैज्ञानिकों द्वारा बताई गई तकनीकों को अपनाकर उत्पादन बढ़ाएं और उर्वरकों का उपयोग मृदा स्वास्थ्य कार्ड में दिए निर्देशों के अनुसार ही करें। उन्होंने किसानों से प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और उन्नत बीजों व आधुनिक तकनीकों के प्रयोग पर जोर दिया।
कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी, एफपीओ निदेशक शशिकांत राय, विभिन्न विभागों के अधिकारी–कर्मचारी एवं प्रगतिशील किसान बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। अंत में उप कृषि निदेशक चंदौली ने किसान रजिस्ट्री, पीएम कुसुम तथा अन्य योजनाओं की जानकारी देते हुए सभी उपस्थित किसानों, अधिकारियों एवं विभागीय स्टॉल संचालकों का धन्यवाद ज्ञापित किया और मेला समाप्ति की घोषणा की।






