निजी सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराने के लिए ई-रूपी वाउचर की मिलेगी सुविधा–सीएमओ डॉ वाई के राय
चंदौली!मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वाई के राय ने बताया कि गर्भवती की जांच व उपचार के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएमएमए) दिवस अब हर माह दो की जगह चार बार आयोजित होने लगे हैं वहीं निजी सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराने के लिए ई-रूपी वाउचर की सुविधा दी जा रही हैं|
सीएमओ डॉ वाई के राय ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवतियों का अल्ट्रासाउंड निजी सेंटरों पर मुफ्त कराने के लिए एसएमएस और क्यूआर कोड की सुविधा प्रत्येक महीने की पहली, 9 व 16 और 24 तरीख को चिकित्सा इकाई पर दी जा रही है| जिसके द्वारा गर्भावती जांच की तारीख से एक महीने के अंदर नजदीकी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर मुफ्त अल्ट्रासाउंड करवा सकती है।इसका खर्च स्वास्थ्य विभाग वहन कर रहा है|गर्भवती को अल्ट्रासाउंड कराने से पूर्व कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होती है|इसके बाद ही पैनल में लिए गए अल्ट्रासाउंड केन्द्रों पर अल्ट्रासाउंड करा सकती हैं| अल्ट्रासाउंड से जटिल गर्भ की पहचान और गर्भस्थ शिशु के जन्मजात विसंगति की जानकारी प्राप्त की जा सकती है |शहर नहीं,दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती के घर के पास ही किसी निजी जांच घर में निःशुल्क अल्ट्रासाउण्ड की सुविधा मिल रही है|गर्भवती महिलाओं का गर्भावस्था के दूसरी तिमाही मे अल्ट्रासाउंड कराया जाता है|अल्ट्रासाउंड में विशेषज्ञ देखते हैं कि गर्भाशय में बच्चे का विकास ठीक से हो रहा है या नहीं बच्चे के दिल की धड़कन,शरीर, हाथ और पैर की क्रियाशीलता को भी देखा जा सकता है|गर्भावस्था में कम से कम दो बार गर्भवती को अल्ट्रासाउंड की सलाह दी जाती है| पहला दूसरी तिमाही 13 से 24 सप्ताह के बीच में कराते हैं|और दूसरी बार चिकित्सक के सलाह पर तीसरी तिमाही मे करवा सकते है।
क्या है ई वाउचर ?
सीएमओ ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश है आर्थिक रूप से कमजोर गर्भवती अल्ट्रासाउंड नहीं करा पाती हैं वैसे गर्भवती एवं गर्भ में पल रहे शिशु के सुरक्षित जीवन के लिए ई- रूपी के द्वारा अल्ट्रासाउंड कराने की सुविधा दी गई है l जनपद राजकीय चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण ब्लॉक स्तर के निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराया गया है l जिले मे कुल 17 निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों को सूचीबद्ध किया गया है l जिसके माध्यम से फरवरी 2023 से अब तक कुल 2300 गर्भवतियों का निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है l
इस योजना कि सुविधा प्राप्त करने के लिए- स्वास्थ्य केंद्र से जांच के उपरांत गर्भवती का नाम और उसका मोबाइल नंबर की सूचना भरी जाती है। इससे उसका ई-वाउचर जेनरेट होकर उसके मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस जाता है। इस एसएमएस को लेकर गर्भवती जिले के किसी भी सूचीबद्ध केंद्र पर अपना अल्ट्रासाउंड करवा सकती है।निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर को ई-पैनल कर ई-रूपी वाउचर की सुविधा प्रदान करने के लिए पैनल में शामिल किया गया है जिसमें- ओम डायग्नोस्टिक सेंटर-इस्टर्न बजार-डीडीयू, न्यू काशी अल्ट्रासाउंड सेंटर- डीडीयू, ललिता डायग्नोस्टिक सेंटर -अलीनगर, न्यू सिवांश डायग्नोस्टिक सेंटर, अभिषेक कम्पेलक्स-चंदौली, श्रेया डायग्नोस्टिक सेंटर -चकिया, द्रविलोक हास्पिटल-चकिया, स्वामी कृष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर -शहाबगंज, सिद्धेश्वरम डायग्नोस्टिक सेंटर -सकलडीहां, दिव्य अल्ट्रा स्कैन सेंटर-चहनिया, रेज डायग्नोस्टिक सेंटर -गोधानमोड़, मां वैष्णो डायग्नोस्टिक सेंटर -चहनिया, वन प्लस डायग्नोस्टिक सेंटर – नियमताबाद, बाबा डायग्नोस्टिक सेंटर -कैली रोड, संस्कार डायग्नोस्टिक सेंटर -बाबाकटरा जीटी रोड, नारायण डायग्नोस्टिक सेंटर -सैयदराजा। एवं यथार्थ डायग्नोस्टिक सेंटर -सैयदराजा,समर्पण डायग्नोस्टिक सेंटर- रविनगर डीडीयू में सुविधा उपलब्ध करायी गयी है l