हम प्रत्येक विषयों की बारीकी से जांच करेंगे–खंड शिक्षा अधिकारी
धानपुर।भारतीय समाज में विद्यालयों को किसी पवित्र मंदिर के समान समझा जाता है तथा शिक्षकों को ईश्वर के समान या कहीं-कहीं उससे अधिक भी माना जाने की परंपरा है। लेकिन जब शिक्षा के मंदिर में शिक्षक पढ़ाने की बजाय संवैधानिक महत्वपूर्ण प्रावधानों को ढाल बनाकर काम चोरी करें और अपने दायित्व से बचने के लिए एससी एसटी जैसे एक्ट का दुरुपयोग करने की बात करें तो शिक्षा की क्या स्थिति होगी और वहां पढ़ने वाले बच्चों का क्या भविष्य होगा इसके विषय में कल्पना कर के भी डर लगता है।दरअसल पूरा मामला धानापुर अंतर्गत गुरेहूं विद्यालय का है जहां पर शिक्षण व्यवस्था के ध्वस्त हो जाने के आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाए जा रहे थे। इसकी सूचना के बाद एक दैनिक समाचार पत्र के स्थानीय पत्रकार ने विद्यालय पर पहुंचकर स्थिति को समझने का प्रयास किया लेकिन वहां नियुक्त शिक्षकों, शिक्षामित्र की अनुपस्थिति देखी गई और विद्यालय परिसर के प्रांगण में देश का भविष्य कहीं जाने वाले बच्चे पढ़ाई से विरत होकर लड़ाई झगड़ा और खेलते कूदते पाए गए। इस पर पत्रकार ने शिक्षक को ढूंढा तो एक महाशय सामने आए जिन्होंने खराब शिक्षा व्यवस्था और स्कूल की बदहाली पर कोई जवाब देने की बजाय पत्रकार को ही धमकाने लगे। उन्होंने कहा की आपको पता नहीं है कि मैं शरद कुमार राही आपके ऊपर एससीएसटी का मुकदमा लिखवा कर आपको जेल भिजवा सकता हूं। अब सोचना यह है कि जिस विद्यालय में शिक्षक की मानसिकता इस प्रकार की हो वहां शिक्षा का और बच्चों का क्या भविष्य होगा।
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गुरहूँ विद्यालय में ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था और अध्यापक के एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा लिखाने की धमकी के विषय में खंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक विषयों की बारीकी से जांच करेंगे, शिक्षण संस्थान में किसी भी प्रकार से लापरवाही और महत्वपूर्ण कानून के दुरुपयोग करने का विषय गंभीर है इसमें संलिप्तता पाए जाने पर हर प्रकार से आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।