डॉ आशुतोष सिंह कैलाशी के नेतृत्व में यह 15वीं बड़ी यात्रा
चहनिया।मॉं खण्डवारी पी ॰ जी ॰ कॉलेज के तत्वावधान में डी०एल०एड॰, बी॰एड॰ एवं एम०एड॰ द्वितीय वर्ष के छात्र/छात्राओं की शैक्षणिक यात्रा आज सकुशल संपन्न हो गई , सर्वप्रथम 11 दिसंबर को यात्रा पं॰ दीनदयाल उपाध्याय जं॰ से ट्रेन द्वारा रवाना हुई, ओड़िसा पहुँचने पर सबसे पहले चारों धाम में से एक धाम श्री जगन्नाथ महाप्रभु जी महाराज जी का सभी छात्र/छात्राओं ने दर्शन पूजन किया, तत्पश्चात् एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील चिलका झील का भ्रमण किया और जानकारी प्राप्त किया, उसके बाद विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक कोणार्क स्थित सूर्य मंदिर का भ्रमण हुआ तथा वहाँ की कलाकृतियों के बारे में जाना, वहाँ से भुवनेश्वर स्थित प्राचीन लिंगराज मन्दिर का दर्शन किया जहां पुराने पुराने चित्र पत्थरों का गहन अध्ययन किया, अगले कड़ी में नन्दन कानन जू में विभिन्न प्रकार के जानवरों को देखा तथा उनके बारे में जानकारी प्राप्त किया, पुनः पुरी आकर समुद्र और पुरी के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया । यात्रा सकुशल ट्रेन से वापस पहुँच आयी । मॉं खण्डवारी पी ०जी० कॉलेज बड़े बड़े शैक्षणिक यात्राओं के लिए जाना जाता है, प्रबंध निदेशक डॉ आशुतोष सिंह कैलाशी के नेतृत्व में यह 15वीं बड़ी यात्रा थी, आगरा ,मथुरा , जगन्नाथ पुरी, जम्मू, रामेश्वरम, तिरुपति, चेन्नई, कन्याकुमारी, द्वारिकापुरी, आदि स्थानों पर प्रत्येक वर्ष यात्रा 100 से 200 की संख्या में भी होती रहती है। यात्रा के दौरान मुख्य रूप से डॉ आशुतोष सिंह कैलाशी प्रबंध निदेशक, डॉ नवनीत तिवारी विभागाध्यक्ष, शिवकुमार सिंह, डॉ आशीष सिंह, अवधेष मिश्रा, शालिनी शर्मा, नितेश मिश्रा, महीप, नरेन्द्र, रवि , कौशल, शुभम, आदित्य, आनन्द, मनोज, रजनीश, चन्दन, रंजना, शिक्षा, रिंकी, दीक्षा, प्रतीक्षा, कल्पना, आँचल, अन्तिमा, अंकिता, पूजा आदि लोग मौजूद रहे । यात्रा संपन्न होने पर महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ राजेंद्र प्रताप सिंह ने ख़ुशी जताई और सबको आशीर्वाद दिया ।
