चहनियां। प्राथमिक विद्यालय बलुआ परिसर में वर्षों पुराना जर्जर भवन है । जो कभी भी गिर सकता है । इसी परिसर में में बच्चे पढ़ाई के साथ खेलते है । यदि विद्यालय का ध्वस्तीकरण नही किया गया तो कभी भी बड़ी घटना घट सकती है । प्राथमिक विद्यालय बलुआ मे जिसमे बच्चे बैठ कर पढ़ाई करते है । उसके महज 10 फिट की दुरी पर बहुत ही पुराना जर्जर भवन है l राज्य के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व महानिदेशक विजय किरण आनन्द का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी परिषदीय विद्यालय मे जर्ज़र भवन है तो उसको तत्काल नीलामी कराकर गिराया जाय । लेकिन प्राथमिक विद्यालय बलुआ मे आज़ादी मे पूर्व बना हुआ भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है । किसी दिन भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है l विद्यालय के प्रधानाध्यापक अवधेश प्रताप यादव ने बताया की विद्यालय में कुल 105 बच्चे यहां शिक्षा ग्रहण करते हैं। यह भवन आज़ादी से पूर्व बना हुआ है। जो पूरी तरह जर्जर हो चुका है किसी दिन भी दुर्घटना घट सकती है l जर्जर भवन की लिखित सूचना एक वर्ष पूर्व 12 सितम्बर 2022 को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में रिसीव करा दिया गया है। और जर्जर भवन की सूचना विभाग के प्रेरणा पोर्टल पर भी दर्ज किया गया है l इसके पूर्व में भी पूर्व प्रधानाध्यापक अखिलेश श्रीवास्तव ने भी इसकी शिकायत किया था । जर्जर भवन के चलते हमेशा भय बना रहता है कि नौनिहालों व अध्यापकों के साथ कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है l ग्रामीणों व अभिभावको में इसे लेकर आक्रोश ब्याप्त है ।