चहनियां। कोरियन तकनीक माध्यम से बीमारियों का पता लगाने की चमत्कारी तकनीक अगर शुरुआती दौर में बीमारियों का पता लग जाये तो इलाज आसान हो जाता है। चाहे जितनी जटिल बीमारी क्यों न हो । इसलिए डाक्टर समय समय पर जांच कराते रहते हैं। किंतु मेडिकल जांचें इतनी महंगी और लंबी प्रक्रिया वाली होती हैं कि आम आदमी तौबा करना ही बेहतर समझता है। शायद इसी विवशता को ध्यान में रखकर कोरियन वैज्ञानिकों ने माइक्रो कंप्यूटर जांच उपकरण विकसित किया। यह मशीन मिनटों में बिना ब्लड लिए सुजोक पद्धति से शरीर की संभावित बीमारियों को बयां कर देती है। कोरोना काल में लोगों को यह ज्ञात तो हो गया कि स्वास्थ्य धन के बल पर खरीदा नहीं जा सकता, सच्चा स्वास्थ्य संतुलित आहार व प्रकृति की निकटता से ही संभव है। हमारे शरीर यंत्र को चलाने के लिए कई तरह की विटामिन्स की जरूरत होती है। जब किसी विटामिन्स की कमी हो जाती है तो उससे संबंधित लक्षण प्रकट होते हैं, इन्हें ही हम बीमारी की संज्ञा देते हैं। विटामिन्स की पूर्ति होते ही लक्षण गायब हो जाते हैं अर्थात बीमारियां समाप्त हो जाती हैं, कहा गया है आहार ही औषधि है । इसी को ध्यान में रखकर निशुल्क आहार परामर्श व जांच शिविर का आयोजन बाबा कीनाराम बैष्णो मठ रामशाला मारूफपुर में आगामी एक अगस्त को सुबह 9 बजे से किया गया है।