चहनियां। शासन के निर्देश पर टाण्डाकला घाट से पीपा का पांटून पुल गुरुवार की रात 12 बजे हटा दिया गया । अब लोगों को उस पार आवागमन करने के लिए नाव का सहारा लेना होगा या फिर दूरी तय कर जानी होगी।ब्यापारियों, राहगीरों, विद्यार्थियों की मुश्किलें बढ़ गयी है ।
बरसात से पूर्व शासन के निर्देश पर हर वर्ष 15 जून को पीपा का पांटून पुल हटा दिया जाता । इस बार भी 15 जून की रात 12 बजे कर्मियों ने बीच से पीपा व शुरुआती में लोहे की पटरी को हटा दिया । पीपा पांटून पुल से इस पार के लोग उस पार पुल से मार्कण्डे महादेव धाम पर दर्शन पूजन के साथ साथ ब्यापार भी करने जाते थे । अब दर्शन पूजन करने व ब्यापार करने के लिए जान जोखिम में डालकर नाव से उस पार आना जाना होगा । या फिर लम्बी दूरी तय करके जाना होगा । टाण्डा के आसपास गांवो के लोग उस पार जाकर कैथी से वाराणसी कम दूरी तय करके आसानी से आते जाते थे । टाण्डा से उस पार मात्र डेढ़ किलोमीटर में गंगा पार कर जाते थे ,उन्हें अब चार पहिया वाहन से 32 किलोमीटर का सफर तय कर मार्कण्डे महादेव जाना होगा । पुल हटने से ब्यापारियों, दर्शनार्थियों, विद्यार्थियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। ठेकेदार रामनरेश के प्रतिनिधि बलवन्त ने बताया कि गंगा पार कराने के लिए चार बड़ी नाव लगायी है। जो सूर्योदय से सूर्यास्त तक चलेगी। नाव का संचालन पूरी तरह नि:शुल्क होगा।