Home चंदौली भगवान परशुराम विधर्मियो के खिलाफ शस्त्र उठाए -आर के द्विवेदी

भगवान परशुराम विधर्मियो के खिलाफ शस्त्र उठाए -आर के द्विवेदी

चंदौली: भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के दिन, आजा समानता अधिकार मंच के कार्यकर्ताओं ने,सकलडीहा कार्यालय पर एकत्र होकर के भगवान परशुराम जन्मोत्सव को बड़े धूमधाम से मनाया। सर्वप्रथम भगवान परशुराम की तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर “भगवान परशुराम की जय” के गगनभेदी उद्घोष के साथ कार्यक्रम का शुरुआत हुआ किया गया।वही विद्वानों ने अपने-अपने वक्तव्यो के माध्यम से भगवान परशुराम की जीवन पर प्रकाश डाला । आजाद समानता अधिकार मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष आरके द्विवेदी ने अपने वक्तव्य मे कहा कि भृगुश्रेष्ठ महर्षि जमदग्नि द्वारा सम्पन्न पुत्रेष्टि यज्ञ से प्रसन्न हो कर इन्द्र देवता के वरदान स्वरूप पत्नी रेणुका के गर्भ से वैशाख शुक्ल तृतीया को विश्ववन्द्य महाबाहु भगवान परशुराम का जन्म हुआ था।
भगवान परशुराम किसी जाति के विरोधी नहीं थे, ना ही उन्होंने अपने शिष्यों में किसी प्रकार का भेदभाव रखा ।भगवान परशुराम वह गुरु थे जिन्होंने कभी अपने शिष्यों मे किसी परकार का भेदभाव नहीं किये।धरा से विधर्मियों का नाश करने के लिए भगवान परशुराम ने शस्त्र उठाए। वह कभी भी किसी जाति विशेष के लिए शस्त्र नहीं उठाए। धर्म और समाज की रक्षा के लिए हमेशा धनुष को पीठ पर,मुख मे शास्त्र का ज्ञान और हाथ मे फरसा लिये विधर्मियों को काल के समान दिखते थे। शस्त्र के साथ शास्त्र के अद्भुत-अलौकिक ज्ञान को रखने वाले भगवान परशुराम ने समाज मे ज्ञान रूपी प्रकाश से सर्वसमाज का मार्गदर्शन किये।शास्त्रों मे भगवान
परशुराम की चिरंजीवी होने की कही गई हैै।समाज का हर प्रबुद्ध वर्ग भगवान परशुराम के आदर्शो को मानता है और उनकी पूजा करता है।जन्मोत्स्व मे मुख्य रूप
से ओमप्रकाश तिवारी,गोलू,तेजस,कमल दुबे,प्रांजल तिवारी आदि मौजूद रहे।

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