चहनियां। छुट्टा पशुओ द्वारा किसानों की फसल बर्बाद होने से बचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छुट्टा पशुओं को गौशाला भेजने का फरमान बेअसर साबित हो रहा है। अभी भी गाँव के सिवानों में छुट्टा पशु फसलों को बर्बाद करते हुए देखे जा सकते है।शासन द्वारा किसानों की फसल सुरक्षा के लिए छुट्टा पशुओं को पकड़वाकर गौशाला भेजवाने के लिए जिले से लेकर ब्लॉक स्तर के कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की गयी है। किन्तु ये अधिकारी और कर्मचारी किसानों के हित में जारी शासन के निर्देश का कितना पालन कर रहे है इसकी बानगी बुधवार को सरौली टांडा खुर्द के सिवान में देखने को मिली जहाँ दर्जनों छुट्टा पशु खेतोँ में गेंहू की फसल बर्बाद कर रहे थे। कामोंवेश ऐसी ही हालत कई गाँवों में है। किसान यदि पशुओ को पकड़ कर गौशाला में भेजवाने के लिए कहते है तो ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी सुनने को तैयार ही नहीं रहते है। हरधन जूडा गाँव में इसी स्थिति के कारण कई दिनों तक पशु बाडा में ही रह गये थे और उसमें एक गौ वंश की मौत भी हो गयी थी।