सकलडीहा।विगत मंगलवार को एसडीएम की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग ने कस्बा सकलडीहा के चार अस्पतालों एवं एक अल्ट्रासाउंड केंद्र पर सीज की कार्रवाई करते हुए कुल 5 लोगों को जेल भेजने की कार्रवाई की गई जिसको लेकर कस्बा सकलडीहा के फर्जी अस्पताल संचालकों में हड़कंप मच गया। वही कार्यवाही की खबर मिलते ही फर्जी अस्पताल संचालक अस्पताल बंद कर गायब होते नजर आए। सूत्रों की माने तो इस कार्रवाई के बाद भी अभी कस्बा में दर्जनों की संख्या में फर्जी अस्पताल, खून जांच केंद्र, अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर संचालित हो रहे हैं जिसका स्वास्थ्य विभाग के पास कोई भी लेखा-जोखा नहीं मौजूद है बताते चले कि मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा पत्र जारी कर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों को पंजीकरण कराने एवं मानक के अनुरूप कार्य करने को लेकर दिशा निर्देश जारी किया जा चुका है इसके बावजूद भी कोई असर देखने को नहीं मिला ।वहीं जिलाधिकारी को लगातार मिल रही शिकायत पर जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को फर्जी अस्पताल संचालकों पैथोलॉजी सेंटरों एवं अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर निरीक्षण कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे जबकि बिना किसी रोक-टोक के फर्जी अस्पताल संचालक आम जनमानस के जिंदगियों से बेखौफ खेलते हैं वही मामला फसने पर अपने आकाओं से अधिकारियों पर दबाव बनाना शुरू कर देते हैं। उप जिलाधिकारी मनोज पाठक ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न निर्देशों के अनुरूप ही अस्पताल पैथोलाजी सेंटर, अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र ही संचालित किए जाएंगे एडिशनल सीएमओ आरबी शरण ने कहा कि बिना पंजीकरण एवं मानक के खिलाफ संचालन पाए जाने पर जेल की हवा खानी पड़ेगी। सामुदायिक अधीक्षक संजय यादव ने कहा कि अस्पताल संचालन हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी पंजीकरण कराना अनिवार्य है जो अस्पताल संचालक अभी तक पंजीकरण नहीं करा पाए हैं वह अभिलंब स्वास्थ्य विभाग में अपना पंजीकरण करा सकते हैं!