होम्योपैथ से संभव है असाध्य रोगों का उपचार –डा के एस पांडेय
चंदौली।जहा एक तरफ एलोपैथ दवा और एलोपैथ के फर्जी डाक्टरों की भरमार लगी है।वैसे में होम्योपैथ गरीबों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। वर्तमान परिवेश में जहा गलत खान पान और गलत दिनचर्या के वजह लोगों में तेजी से बीमारी बढ़ रही है और लोगो के रोग प्रतिरोधक छमता कमजोर होने के वजह से जादातर घरों में लोग बीमार पड़ रहे है और अंग्रेजी दवा फर्जी डाक्टर के कमीशन की लुट खसोट मची हुई है।गरीब परिवारों की आधी कमाई डाक्टरों और मेडिकल स्टोरों के जेब भरने में चली जा रही है।ऐसे में होम्योपैथ किसी वरदान से कम नहीं है।तीस साल से अधिक समय से सेवा दे रहे होम्योपैथ के डाक्टर के एस पांडेय ने बताया कि होम्योपैथ के दवा असाध्य रोगों में भी लाभकारी साबित हो सकती है।और उन्होंने बताया कि अगर परहेज के साथ होम्योपैथिक दवा का सेवन रोगी करे तो रोगों को बिना किसी दुष्प्रभाव से जड़ से ठीक किया जा सकता है।होम्योपैथ की जादातर दवाओं का दुष्प्रभाव ना के बराबर मिलता है।अंग्रेजी दवाओं की तुलना में होम्योपैथ की दवा बहुत सस्ती और बिना दुष्प्रभाव के होती है। अगर सेवा भाव से गरीबों की होम्योपैथ की दवा की जाय तो मरीजों के जेब पर कोई भार नहीं पड़ेगा।मिली जानकारी के अनुसार डा के एस पांडेय लगभग तीस साल से अधिक समय से होम्योपैथ की दवा दे रहे है ।उनके बेटे लंदन से एम डी की पढ़ाई करने के बाद मुगलसराय के अलीनगर में अपना होम्योपैथिक क्लिक चलाते है।