चहनियां। महुआरीखास वाया सराय नहर झाड़ झंखाड़ से पटा हुआ है । यही नही क्षेत्र के अन्य नहरों का भी यही हाल है । नहर विभाग के जेई को इस क्षेत्र के किसानों की समस्या से कोई मतलब नही । क्षेत्र के किसान आने वाले समय मे धान की नर्सरी लगाने को लेकर चिंतित नजर आ रहे । भुपौली पम्प कैनाल से जुड़ी महुआरीखास वाया सराय नहर झाड़ झंखाड़ से पटा हुआ है । कुछ यही हाल बलुआ पम्प कैनाल से जुड़ी नहरों का है । क्षेत्र के दर्जनों गांव के किसानों की खेती होती है, लेकिन विगत कई वर्षों से नहर विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के उदासीनता के कारण नहर की सिल्ट व माइनर के झाड़ झंखाड़ की सफाई नही होने से या खाना पूर्ति कर देने से नहर का पानी टेल तक नही पहुँच पाता है तथा बीच मे पानी रुकने के कारण कई जगह नहर टूट जाती है । जिसके कारण कई किसानों के फसल पानी की वजह से बर्बाद हो जाते है । नहर से जुड़े भारतीय किसान कल्याण संघ के जिलाध्यक्ष दीपक सिंह ने बताया कि जब किसानों को पानी की जरूरत होगा उस समय विभाग के लोग चालाकी से जेसीबी मशीन को नहर में घंटा दो घंटा चलाकर फ़ोटो उच्चाधिकारियो को भेज देते है और काम को अधूरा छोड़कर पानी नहर में छोड़ देते है । जिसके कारण किसानों को समुचित मात्रा में पानी नही मिल पाता और फसल बर्बाद हो जाती है । किसानों ने नहर को पूर्ण रूप से साफ कराने की मांग की है ।