चहनियां। बलुआ थाना क्षेत्र के लक्ष्मणगढ़ निवासी दवा व्यवसायी 34 वर्षीय आलोक रंजन सिंह का गंगा में डूबने के बाद तीसरे दिन बाद भी पता नही चल पाया । परिजन व ग्रामीण दो नावों से चोचकपुर घाट से गाजीपुर के जमनिया घाट परिजन गोताखोरों को लेकर तलाश रहे है । तीसरे दिन एनडीआरएफ की टीम भी पहुच गयी है । लक्ष्मणगढ़ के रहने वाले सारनाथ सिंह के पुत्र आलोक रंजन सिंह दवा व्यवसायी था । रविवार को वह सैदपुर तीरगांवा पुल से गंगा में छलांग लगा लिया था । ग्रामीणों की सूचना पर पहुँचे मारूफपुर चौकी इंचार्ज अभिषेक शुक्ला पहुचकर युवक के तलाश में गोताखोर को लगा दिया । परिजन देर शाम तक तलाश में लगे रहे । दूसरे दिन सोमवार को भी शव का पता नही लग पाया । परिजन दो नाव से अलग अलग दोनो तरफ सैदपुर घाट से नगवा, अमादपुर, चोचकपुर सहित गंगा किनारे करीब दर्जनों गांव में घाट किनारे रुककर पूछताछ करते रहे । किन्तु पता नही चल पाया । तीसरे दिन मंगलवार को भी शव का पता नही चल पाया । परिजन चोचक पुर घाट से गाजीपुर के जमनिया घाट तक गंगा किनारे रुक रुककर गांवो में पूछताछ कर रहे है । परेशान परिजनों का रोकर बुरा हाल है । तीसरे दिन एनडीआरएफ की टीम भी पहुँचकर दवा व्यवसायी के तलाश में लग गयी है ।