Chandauli News: चहनियांविकास खंड अंतर्गत रामगढ़ ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्थित अरबिया अंजुम मस्जिद में रमजान के पाक महीने में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज़ तरावीह रविवार को मुकम्मल हुई।
बताते चलें कि रमजान के महीने में मस्जिदों में ईशा की नमाज़ के दौरान तरावीह की नमाज़ हाफिज ए कुरआन द्वारा पढ़ाई जाती है। जिसमें पूरी कुरआन रमजान के महीने में पढ़ी जाती है। रामगढ़ मस्जिद में हाफिज सराफत , फैजुल्लाह और अर्सलान जी द्वारा मंगलवार को कुरान तरावीह मुकम्मल हुई। जैसे ही तरावीह की नमाज़ ख़त्म हुई लोग एक दूसरे के गले मिलकर मुबारक बाद दी। साथ ही हाफिज सराफत, फैजुल्लाह और अर्सलान साहब को फूल मालाओं से लाद अंगवस्त्र भेंट कर मुबारकबाद दी। इस दौरान अपने खेताबत में उन्होंने कहा कि रमजान का महीना बरकत का महीना है। ये नहीं की कुरआन तरावीह मुकम्मल हो गई तो अब नमाज़ से दूरी बना लें बल्कि सुरह तरावीह चलती रहेगी।एक तरह से देखा जाए तो रोजा एक महीने की ट्रेनिंग होती हैं। जिसमें पांचों वक्त की नमाज और रोजा रखने से हमारा डाइजेस्ट सिस्टम सही रहता है इसको तो बैज्ञानिकों ने भी सिद्ध किया है कि रोजा रखने और तरावीह पढ़ने से शरीर में एक अलग ऊर्जा का प्रवाह होता है, ब्लड प्रेशर, शुगर डायबिटीज और नस , जोड़ों के दर्द से छुटकारा मिल जाता है क्योंकि तरावीह पढ़ने से पुरे शरीर में खून प्रवाह और व्यायाम होता है जो पांच वक्त की नमाज पढ़ते है वो चुस्त दुरुस्त रहते हैं नमाज मुसलमानों को तमाम बुरे कामों से हमेशा हमेशा के लिए परहेज करना सिखाता है। साथ आने वाले आगे के दिनों में रोजा,नमाज़, तौहिद, जकात, हज जो इस्लाम के पांच स्तम्भ है अमल करने की ताकीद कर जाता है।
इस दौरान अकरम अली, इद्रीस अली, कमालुद्दीन, शाकिर, मोहम्मद रफीक,नबीहुसैन, अमजद हुसैन, जमालुद्दीन, रफी उल्लाह, अरमान,अख्तर,असरफ,सुनीर, रियाज,नेऊर चाचा,इमरान, जहांगीर,भुट्टू,फौदार, फिरोज,बद्दर नदीम, मंसूर अहमद, वकील तथा महराजगंज और मुहम्मद पुर से भी अधिक तादाद में लोग उपस्थित रहें।