चंदौली।हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्षों की घोषणा होने के बाद नए जिलाध्यक्ष बनाए जाने को लेकर कार्यकर्ताओं में अगल अलग कवायदे लगाए जा रहे है।कार्यकर्ताओं का ध्यान पार्टी के नए जिलाध्यक्ष के नामों पर चर्चा गर्म है।
सूत्रों की माने तो अबकी बार भाजपा किसी ब्राह्मण चेहरे को जिलाध्यक्ष बना सकती है।मंडल अध्यक्ष के पद पर अबकी बार ओबीसी जाती की बहुलता है।जिसका सीधा मतलब आगामी विधानसभा चुनावों में जमकर सीट जीतने और सपा के पीडीए को साधने के लिए किया गया है।लेकिन आगामी चुनाव में भाजपा ब्राह्मणों को एक जुट रखने के लिए किसी ब्राह्मण चेहरा को जिलाध्यक्ष के लिए मनोनीत कर सकती है।खैर जो भी हो इन दिनों ठंड में चर्चाओं का माहौल गर्म है ।भाजपा हमेशा कुछ न कुछ माहौल को गर्म और चर्चाओं में रहने के लिए अपने दाव रखती है।चाहे पूर्व में हुए विधान सभा सीट में प्रत्याशियों के नाम खास कर सकलडीहा विधान सभा की घोषणा सबसे अंतिम समय में की थी।आगामी चुनाव को लेकर पार्टी कमर कस रही है वहीं कुछ कार्यकर्ता मन ही मन राजनीति महत्वाकांक्षा लिए मन ही मन नाराज भी चल रहे है।गुप्त सूत्रों की माने तो अबकी बार सकलडीहा विधान सभा में मंडल अध्यक्ष की दावेदारी पेश करने वाले एक कार्यकर्ता को मंडल अध्यक्ष न बनाए जाने से वो काफी नाराज है और उनकी महत्वाकांक्षा शीघ्र ही शीर्ष नेतृत्व तक सफर करने की थी, लेकिन पार्टी ने उनको मंडल अध्यक्ष लायक भी नहीं समझा।सूत्रों की माने तो आगामी चुनाव में भीतर घात भी कर सकते है।क्योंकि एक वर्ष पहले उनके फेसबुक सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी वायरल हुआ था जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री और उनके पार्टी जी जय जय कार की गई थी।जिसे बाद में डिलीट भी कर दिया गया था।फिलहाल सारे कार्यकर्ताओं का ध्यान नए जिलाध्यक्ष के नाम पर टिका है कि अगला अध्यक्ष कौन होगा?।