चहनियां।कंपोजिट विद्यालय हृदयपुर में संविधान दिवस पर बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर जिला समन्वयक सोनभद्र जय किशोर वर्मा प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सिंह यादव तथा नंदकुमार शर्मा ने माल्यार्पण कर उन्हें याद किया । गोष्ठी में बाबा साहेब को याद किया । गोष्ठी में डीसी सोनभद्र जय किशोर वर्मा जी ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को स्वीकार किया गया । जिससे भारत के सभी नागरिकों को संप्रभुता तथा अधिकार के लिए बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने इसे अपनी लगन मेहनत और ईमानदारी से बनाया । इस संविधान से सभी भारतवासियों को अंग्रेजों के द्वारा बनाए गए कानून से आजादी मिली और हम अपने बनाए हुए कानून से अपने देश को चलाने का मुकम्मल इंतजाम कर लिए । यह संविधान 26 जनवरी 1950 को पूरे भारतवर्ष में लागू हो गया ,जिसके द्वारा हम सभी उन्हें इस दिवस पर याद करते हैं । राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सिंह यादव ने बाबा साहब को याद करते हुए उनकी स्मृतियों को सहेजने और बनाए रखने का संदेश देते हुए कहा कि आज जो कुछ भी अधिकार नागरिकों को प्राप्त हैं, वे सभी अधिकार बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के द्वारा बनाए गए संविधान से प्राप्त हुए । सभी जाति ,मजहब के अभावग्रस्त गरीबों के मसीहा के रूप में उन्हें आज पूरा देश संविधान दिवस पर याद कर रहा है । हम इस अवसर पर बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं । राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक नंद कुमार शर्मा ने बाबा साहब के संविधान के कुछ अंश को याद करते हुए उन्होंने बताया की पिछड़ों ,दलितों, अल्पसंख्यकों तथा सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने बिना भेदभाव के संविधान में जितना अधिकार दिया, उसी के बल पर आज उनका जीवन स्तर शिक्षा के माध्यम से अच्छा व्यतीत हो रहा हैं । लोगों को संदेश दिया की आप सभी अपने बच्चों को शिक्षित करें । उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करें और इस देश के सच्चे नागरिक होने का कर्तव्य बोध करते हुए, इस देश के निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करें । इस अवसर पर विद्यालय के बच्चे, आंगनवाड़ी कार्यकत्रिय सहायिका तथा अभिभावक उपस्थित रहे ।