अलीनगर थाना अंतर्गत सराय पकवान की एक महिला ने राष्ट्रपति को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की याचना की है। महिला का कहना है कि गांव के दबंग व्यक्ति द्वारा उनके घर का रास्ता 2021 से बाधित कर दिया गया है इसके संदर्भ में महिला ने तहसील समाधान दिवस, मुख्यमंत्री पोर्टल तथा एसडीएम को पत्र देकर एवं थाने पर लिखित प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की लेकिन अब तक उन्हें सरकारी तंत्र से केवल परेशान ही किया गया है। महिला ने अपने पत्र में लिखा है कि लेखपाल व पुलिस द्वारा शिकायत पर आख्या दी गई कि रास्ता खुलवा दिया गया है जबकि आज तक वह रास्ता उसी तरह से बाधित है। महिला ने बताया कि वह लगातार परेशान रही और न्याय की गुहार लगाते हुए सरकारी तंत्र का दरवाजा खटखटाते रही लेकिन उसे हर बार निराशा ही मिली। महिला चूंकि गरीब और असहाय विधवा महिला है इसलिए उसके साथ न्याय नहीं हो पा रहा है। दबंग द्वारा आए दिन गाली गलौज की जाती है। पीड़ित महिला के पुत्र ने बताया कि महामहिम के नाम संबोधित पत्र को जिला अधिकारी चंदौली को देते हुए अपनी समस्या से अवगत कराया जिस पर जिलाधिकारी ने समस्या का निदान करने और दोषियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। इस प्रकरण के संदर्भ में सराय पकवान कि लेखपाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिस आख्या की रिपोर्ट प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न है जिसमें रास्ता खुलवाने की बात कही गई है वह उनके द्वारा नहीं लगाई गई है। अब प्रश्न यह उठता है लेखपाल लगाए हुए आख्या रिपोर्ट से इंकार कर रही है जबकि आख्या के समय भी गांव की लेखपाल वे ही थीं तो वास्तव में उक्त आख्या किसने लगाई है। और प्रश्न यह भी है कि क्या असहाय महिला और गरीबों को न्याय की जगह इच्छा मृत्यु का रास्ता चुनना पड़ेगा। सवाल तंत्र की संवेदनशीलता पर भी उठ रहे हैं।