अवैध अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होते देख चंदौली डीएम से इच्छा मृत्यु की मांग भी कर चुका है पीड़ित परिवार
Chandauli News: विकास और भू माफियाओं की कमर तोड़ने वाली सरकार के ऊपर एक पीड़ित परिवार ने बड़ा आरोप लगाया है। बता दें कि पीड़ित की माने तो अवैध अतिक्रमण करियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने वाली सूबे की सरकार के मुखिया की जनसभा में भी पीड़ित पक्ष के मामले पर सुनवाई करने बाद चंदौली डीएम और एसपी के समक्ष जाकर मिलने की बात दोहराई गई, हालांकि इसके बाद भी स्थानीय प्रशासनिक महकमा मुकदर्शक बना बैठा रहा। न्याय की आस में दफ्तरों के चक्कर काट रहे विकलांग पति के साथ उसकी पत्नी ने एसपी चंदौली कार्यालय पहुंचकर एक बार फिर प्रार्थना पत्र सौंप न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित पक्ष की माने तो अवैध अतिक्रमणकारियों के खिलाफ उनके द्वारा विगत चार वर्षों से 100 से ज्यादा प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई गई लेकिन मामला जस का तस पड़ा है।



मीडिया के समक्ष पीड़ित अंकित कुमार सिंह निवासी रामपुर कला थाना चकिया ने बताया कि उसके द्वारा लगातार चार वर्षों से संगठित भू – माफिया अपराधियों के खिलाफ लगातार प्रार्थना पत्र देकर जिला मंडल व शासन को अवगत कराया लेकिन तहसील राजस्व चकिया द्वारा अतिक्रमण खाली कराने में कोई रुचि नहीं दिखाई गई।
आरोप लगाया कि चार वर्षों से अनेकों तहसील दिवस एवं मुख्यमंत्री जनता दरबार में 11 बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी अतिक्रमण खाली नहीं कराया गया। इस दौरान डीएम द्वारा जारी विशेष आदेश पर भी क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा गलत रिपोर्ट लगाकर मामले को रफा – दफा कर दिया गया। कहा की पैतृक भूमि की सरकारी नाली पर दबंगों का अतिक्रमण है, साथ ही दस दिसंबर की रात उसके खलिहान में रखे पुआल की बोझ में आग लगा दिया गया। लेकिन पीड़ित के प्रार्थना पत्र पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। बताया की वर्तमान डीएम ने 06 जनवरी को चकिया प्रशासन को सख्त निर्देश दिया कि समस्या का तुरंत निस्तारण किया जाए लेकिन आज तक ना तो राजस्व विभाग से कोई मौके पर आया ना ही पुलिस महकमें से। इस दौरान उन्होंने एसपी चंदौली से न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़ित की पत्नी स्नेहा पटेल ने बताया कि चार वर्षों से लगातार न्याय की गुहार लगाते हुए अधिकारियों की दरों पर चक्कर काट रहें हैं। मुख्यमंत्री जनता दरबार से लेकर हर जगह न्याय की आस लगाए हुए प्रार्थना पत्र दे चुके हैं, अब कहां जाएं। अब तो जान माल का भी खतरा लग रहा है। अतिक्रम्नकारी दबंग किस्म के लोग हैं पति को जान से मारने की धमकी तक देते हैं। डर के कारण इकलौते पुत्र ( पांच वर्षीय) को बाहर भी नहीं खेलने जाने देते हैं। जमीन पर कब्जा, नाली पर कब्जा, खलिहान में रखे पुआल में आग लगा देने के बावजूद भी प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई नहीं हुई। हालांकि इस दौरान उन्होंने एसपी चंदौली डा अनिल कुमार से न्याय की मांग की है। हालांकि देखना भी लाजिमी होगा कि फरियादियों की समस्याओं पर तत्काल निस्तारण के लिए कटिबद्ध जनपद के पुलिस अधीक्षक पीड़ित पक्ष को कब तक न्याय दिलाते हैं।विदित हो कि इससे पूर्व भी इस पीड़ित परिवार द्वारा अतिक्रमणकारियों पर कोई भी कारवाई क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा अमल में नहीं लाए जाने पर पीड़ित ने परिजनों समेत तत्कालीन डीएम से इच्छा मृत्यु की मांग की थी।संजीव पाठक