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Chandauli News: 5 करोड रुपए की परियोजना को नियम विरुद्ध तरीके से टुकड़ों में बांटकर शासकीय धन की बंदरबांट! सोशल ऐक्टिविस्ट ने लगाए गंभीर आरोप

छाया प्रति शिकायती पत्र का

Chandauli News: जनपद वाराणसी सिंचाई कार्य मंडल के अधीक्षण अभियंता केसरी सिंह के द्वारा 5 करोड रुपए की परियोजना को नियम विरुद्ध तरीके से टुकड़ों में बांटकर शासकीय धन की बंदरबांट किया गया है। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता दीपेश सिंह ने मुख्य अभियंता( सोन)सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उत्तर प्रदेश वाराणसी से शिकायत की है दीपेश सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि सिंचाई कॉलोनी वरुणापुरम सिगरा वाराणसी में स्थापित राजकीय कार्यालयों एवं आवासों हेतु 464.26 लाख की परियोजना स्वीकृत हुई थी नियमानुसार उक्त परियोजना में प्रावधानित कार्यों को पूर्ण किए जाने हेतु सक्षम स्तर (मुख्य अभियंता सोन वाराणसी) से अनुमोदन के उपरांत अधीक्षण अभियंता सिंचाई कार्य मंडल वाराणसी द्वारा ई निविदा आमंत्रित करते हुए अनुबंध गठित कर कार्य कराया जाना चाहिए था परंतु अधीक्षण अभियंता द्वारा चयनित ठेकेदारों को लाभ देने के उद्देश्य से दुरभि संधि कर परियोजना में प्रावधानित कार्यों को वर्षवार टुकड़ों में बांटकर शासकीय धन का बंदरबांट किया गया है केसरी सिंह अधीक्षण अभियंता द्वारा वर्ष 2022-23 में 235 लाख को टुकड़ों में बांटकर अपने चहते ठेकेदारों से कार्य कराया गया वर्ष 2023-24 में भी अधीक्षण अभियंता द्वारा यह कार्य जारी रहा और प्राप्त धन आवंटन की राशि 117.12 लाख रुपए टुकड़ों में बांटकर ठेकेदारों से कार्य कराया गया ।सामाजिक कार्यकर्ता दीपेश सिंह ने बताया है कि एक करोड़ से ऊपर लागत के कार्यों हेतु सक्षम स्तर पर मुख्य अभियंता स्तर-2 से अनुमति प्राप्त करने के उपरांत ही कार्य कराए जाने का प्रावधान है परंतु केसरी सिंह अधीक्षण अभियंता द्वारा बिना अनुमति के, स्वयं के स्तर पर 2022-23 में प्राप्त धन राशि रुपया 235 लाख के सापेक्ष टुकड़ों में बांटने की अनुमति प्रदान कर शासकीय धन का बंदर बांट किया गया।

शिकायती पत्र की छाया प्रति

जबकि टुकड़ों में बांटने की अनुमति मुख्य अभियंता स्तर-2 से लेनी थी। यह काम 2023-24 में भी जारी रहा, यही नहीं अधीक्षण अभियंता केसरी सिंह द्वारा लिपिक से नव-प्रोन्नत अवर अभियंता को प्रमुख अभियंता के अधिकारों के विपरीत अपने स्तर से अवर अभियंता का प्रभार देकर परवीक्षा अवधि में ही 5 करोड़ से अधिक का मेजरमेंट कराया जाना अपने आप में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है ।इसकी जांच हेतु दीपेश सिंह ने मुख्य अभियंता सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उत्तर प्रदेश वाराणसी को पत्र लिखकर शिकायत की है और अधीक्षण अभियंता केसरी सिंह के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की मांग की है।

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