सकलडीहा।जब गरीबों की सेवा का नशा सर पर चढ़ता है तो और कुछ नहीं दिखता। कहा यह भी जाता है कि जब आप कुछ अच्छा करना चाहे तो कोई ना कोई रास्ता निकल जाता है। जनपद में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है ऐसे में गरीबों और बेसहारों के लिए करुणा का भाव मन में जाग उठना स्वाभाविक है लेकिन आश्चर्य तब होता है जब कुछ अप्रत्याशित आंखों के सामने से गुजर जाए। दरअसल बड़ा ही दिलचस्प और सुखद मामला है चंदौली जनपद के बथावर गांव का जहां एक छात्र ने अपने फीस के पैसे से कंबल खरीदा और गरीबों में बांट दिया। बता दे की बथावर गांव के रहने वाले छात्र आयुष कुमार यादव ने अपने कोचिंग के फीस के पैसे से कंबल खरीद कर गरीब बेसहारा लोगों को ठंड से बचाव का सुरक्षा कवच प्रदान किया। दरअसल आयुष सकलडीहा इंटर कॉलेज में ग्यारहवीं का छात्र है और एक निजी कोचिंग में पढ़ता है। आयुष के दादा राम अवतार यादव फौज से सेवानिवृत हुए हैं और आयुष के पिता जितेंद्र यादव गांव में उद्योग करते हैं। पारिवारिक परवरिश कहें संस्कार कहें या गरीबों के प्रति करुणा का भाव आयुष को घर से फीस के लिए पैसे दिए गए छात्र ने बाजार जाकर उन पैसों से कंबल खरीद लिया और घर पर लाकर छुपा कर रख दिया। आज सोमवार को गरीब बेसहारा लोगों को इकट्ठा कर छात्र ने अपने हाथों से कंबल बाटकर पैर छुए और आशीर्वाद लिया। इसके बाबत जब उससे बात की गई तो छात्र ने कहा कि विद्यालय जाते समय उसने देखा कि हम गाड़ी से जा रहे हैं फिर भी ठंड लग रही है और कुछ लोग जो खेतों में काम कर रहे हैं या ऐसे जा रहे हैं वह ठिठुरते हुए दिखे तभी मन हुआ कि उनके लिए कुछ करना चाहिए। इसलिए घर से जो फीस के पैसे मिले थे उन्हीं से बाजार से कंबल खरीद लाया और आज गरीबों को देकर उनसे आशीर्वाद लिया है। छात्र से कंबल पाकर गरीबों के चेहरे खिल उठे।