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बीडीओ और सचिवों के  भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर समाजसेवी ने की शिकायत

प्रधान वीडियो और सचिवों के भ्रष्टाचार से चंदौली बेहाल – दीपेश सिंह

चहनियां एक तरफ जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में लगे हुए हैं तथा सरकारी कार्यालयों एवं आम जनमानस के बीच मजबूत कड़ी स्थापित कर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत भ्रष्टाचार समाप्त करने  की बात करते  हैं वहीं दूसरी तरफ विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से लाखों के भुगतान में शासन के आदेशों की खुली अवहेलना हो रही है।मिली जानकारी के अनुसार समाजसेवी दीपेश कुमार सिंह ने संबंधित भ्रष्टाचारियों के खिलाफ  जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी चदौली के साथ साथ आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। आप को बताते चले कि शिकायतकर्ता दीपेश कुमार सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए शिकायत दर्ज कराई कि चहनियां विकास खण्ड में  ग्राम रोजगार सेवक महिला के पति  की प्रोपरेटरशिप में परी इंटरप्राइजेज को विभिन्न ग्राम सभाओं में शासनादेश और नियमों के विपरीत जाकर  मनरेगा के खाते से लाखों रूपये का भुगतान किया गया है। शिकायतकर्ता दीपेश कुमार सिंह ने शिकायती पत्र में बताया कि विकासखंड चहनियां में वर्ष 2022-23 और 2023-24 में ग्राम पंचायत सेमरा, पक्खोपुर, कैथी,चकिया बिहारी मिश्र, चहनियां, दरियापुर, दीनदासपुर, कल्यानपुर ,हसनपुर, हिनौता,खर्रा, मटियारा, मारूफपुर,ओरवा, पूरा सोनहुला,अजगरा,मजिदहां सहित कई ग्राम पंचायतों में ग्राम रोजगार सेवक आरती देवी के पति की फर्म परी इंटरप्राइजेज पर छोटे बड़े भुगतान कई लाख के किये गए, यह फर्म ग्राम पंचायत सचिवों व प्रधानों के फर्जीबाड़े के लिए सबसे उपर्युक्त फर्म रही है। उत्तर प्रदेश में अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने अप्रैल 2022 में स्पष्ट शासनादेश जारी कर निर्देशित किया था कि ब्लॉक से सम्बंधित किसी कर्मचारी या जनप्रतिनिधि के रिश्तेदार की फर्म पर कोई भुगतान नही होगा ना ही इन्हें रजिस्ट्रेशन की अनुमति होगी, फिर भी चहनियां ब्लॉक में ग्राम रोजगार सेवक के पति कि फर्म पर लगातार भुगतान होते रहे। ग्राम प्रधान ,सचिव एवं अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत से लगातार फर्जीबाड़ा होता रहा, शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि विकास खण्ड चहनियां में चंद लोगों के इशारे पर सरकारी धन का बंदर बाट बड़े पैमाने पर किया जाता है। वहीं शासन के आदेशों को ताक पर रखते हुए खंड विकास अधिकारी चहनियां की नाक के नीचे  ग्राम रोजगार सेवक के पति की फर्म पर लाखों का भुगतान ब्लॉक में हो गया, क्योकि ग्राम रोजगार सेवक का पति सहायक कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा का खास है, इसलिए आज तक उसकी फर्म रजिस्टर्ड रही और भुगतान होता रहा। शिकायतकर्ता ने संबंधित भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर विभागीय अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है अब देखना यह है कि वास्तव में मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना करने वाले अधिकारियों पर गाज गिरती है या सत्ता पक्ष के दबाव में आकर लीपा पोती की जाती है सूत्रों की माने तो विकास खण्ड  कार्यालय के चंद लोगों के इशारे पर इस फर्म पर लाखों के फर्जी भुगतान की तैयारी थी जो सामाजिक कार्यकर्ता दीपेश कुमार सिंह के द्वारा भ्रष्टाचार के इस मुद्दे को उठा देने से धरी की धरी रह गयी।
इस बाबत दीपेश सिंह ने पूर्व में भी शिकायत की थी जिसमे सारा साक्ष्य होने के बाद भी बीडीओ चहनियां द्वारा फर्जी रिपोर्ट लगाकर शिकायत को निस्तारित कर दिया गया था।

इनसेट–
दीपेश सिंह ने अभी हाल ही में सकलडीहा के ब्लाक के बड़े भ्रष्टाचार की जांच के लिए शिकायत की है।सूत्रों की माने तो जांच हुई तो बड़े अधिकारीयो के साथ सत्ताधारी के भी होंगे नाम उजागिर।

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