किसान संगठनों ने आंदोलन कर भोखा बंधी से जोड़ने की उठाई थी
मांग
चंदौली।किसान संगठनों का आंदोलन रंग लाया जिससे भोखा बंधी से निकली नहर फिर से जुड़कर होगी बहाल।इसे प्रशासन की अनदेखी कहें या किसानों का दुर्भाग्य भोखा बंधी और उससे निकली नहर का लिंकअप नहर में मिट्टी और पत्थरो से पट गया था जिससे नहर लगभग 50 सालों से बन्द पडी थी। भारतीय किसान युनियन टिकैत, अखिल भारतीय किसान सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, किसान विकाश मंच आदि संगठनों की अगुवाई में शिकारगज के तमाम किसानों ने पिछले वर्ष आंदोलन किया जिसके फलस्वरूप तत्कालीन जिलाधिकारी ईशा दूहन ने पहल करते हुए सम्बंधित बंधी डिवीजन से प्रपोजल लेकर शासन को भेजा। जिससे लगभग 9 किमी नहर को साफ कर भोखा बंधी से दोबारा जोड़ने के 45 लाख स्वीकृत हो गए है। जिसका उद्घाटन शनिवार को विधायक चकिया कैलाश आचार्य ने किया।
उद्घाटन के समय पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह, भारतीय किसान यूनियन टिकैत के मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी, जिलाध्यक्ष संतीश सिंह चौहान आदि तमाम किसान संगठनों के पदाधिकारी व किसान मौजूद रहे। बंधी डिवीजन के एस डी ओ, एक्सीयन, जेई आदि कर्मचारी भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर मनिदेव चतुर्वेदी ने कहा कि जिले को बने 26 साल हो गए है लेकिन जिले के किसानों के लिए कोई नई योजना प्रस्तावित नही हुई। जो साधन-संसाधन थे उसी का रख रखाव ठीक से नही हो पा रहा है। उसी का दुष्परिणाम है 50 साल से भोखा नहर सूखी रही। यूनियन इस कार्य योजना पर पूरी नजर रखे हुए है। सम्बंधित विभाग को नहर की खुदाई और होने वाले पिच की कार्य में गुणवत्ता और मानक के अनुरूप कार्य करना चाहिए। युनियन के कार्यकर्ता इस कार्य पर पूरी नजर रखेंगे। वही जिलाध्यक्ष संतीश सिंह चौहान ने कहा कि अगर सम्बंधित विभाग ने कोई हिला हवाली किया तो एक्सीयन को छोड़ा नही जाएगा।युनियन ठेकेदारों और सम्बंधित विभाग पर पूरी नजर रखेगा।
फोटो–प्रतिकात्मक