सकलडीहा। अक्सर आम जनमानस में सरकारी तंत्र के कार्यशैली को लेकर नाराजगी देखने को मिलती है लेकिन तहसीलदार सकलडीहा मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस नीति की तर्ज पर कार्य करते हुए एक ईमानदार अधिकारी के रूप में जनपद में पहचान बना चुके हैं। जानकारी के अनुसार तहसीलदार विकास धर अपने निष्पक्ष कार्यशैली को लेकर जनपद में आम जनमानस के दिलों पर राज करते हैं एक तरफ जहां पीड़ित को न्याय दिलाने का कार्य करते हैं वहीं दूसरी तरफ गलत कार्य करने वालों के लिए काल के रूप में जाने जाते हैं वर्ष 2022 में चकिया तहसील में तैनाती के दौरान चकिया अंतर्गत पचवनियां निवासनी विधवा मनोरमा देवी के पति की 5 वर्ष पहले असामयिक मृत्यु हो गई पति द्वारा अपने जीवन काल में ही अपने बड़े भाई से 7500 रुपया उधार लिया गया था वहीं मृत्यु के बाद परिवार के ही लोगों ने विधवा की जमीन को पैसे को लेकर कब्जा कर लिया जिस पर विधवा के सामने जीवकोपार्जन की समस्या खड़ी हो गई वहीं पीड़िता द्वारा मामले की शिकायत को लेकर तहसीलदार विकास धर को अवगत कराया। जिस पर दोनों पक्षों को बुलाकर मामले की जानकारी कर विपक्षियों के कब्जे से जमीन को मुक्त कराते हुए उधार 7500 रुपया अपने पास से देकर मानवता की मिसाल पेश की कुछ दिनों बाद तहसीलदार का स्थानांतरण तहसील सकलडीहा में हो गया कुछ इसी तरह का वाकया यहाँ भी देखने को मिला तहसील अंतर्गत बडगावा निवासिनी विधवा बसंती देवी को सरकारी आवंटन हुआ था जिस पर गांव की ही एक महिला द्वारा कब्जा किया कर लिया गया कब्जे की जमीन को लेकर पीड़िता ने तहसीलदार कार्यालय में शिकायत की तथा मामले की पूरी जानकारी करने को लेकर स्वयं तहसीलदार मौके पर पहुंचे दोनों पक्षों को बुलाकर सुना जिस पर विपक्षी महिला गायत्री देवी ने बताया कि गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा कहा गया कि 5000 हजार दे दो मैं तुम्हारे नाम से इस जमीन को आवंटन करा दूंगा जिस पर महिला ने अपने 11 वर्षीय बेटी के कान का बाली बेचकर उसे व्यक्ति को दे दिया दोनों पक्षों से वार्ता के दौरान इस बात का खुलासा हुआ जिस पर तहसीलदार विकास धर ने तुरंत अपने जेब से 5000 हजार की आर्थिक मदद करते हुए बिटिया के कान की बाली खरीदने के लिए उसकी मां को दिया जिस पर माँ रोने लगी तहसीलदार विकास धर ने तुरंत क्षेत्रीय लेखपाल को दूसरी महिला गायत्री देवी को भी जमीन आवंटन के लिए निर्देशित किया।गौरतलब हो कि जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मातहतो को कार्य करने के निर्देश देते रहते हैं। अगर अधिकारी पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करें तो निश्चित से उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बनने में विलंब नहीं होगा। बताते चलें कि अपने निष्पक्ष कार्य शैली को लेकर विकास धर दुबे अक्सर चर्चाओं में बने रहते हैं इस बाबत तहसीलदार विकासधर ने बताया कि पूरी ईमानदारी के साथ कार्य किया जाए तो आम जनमानस में सरकारी तंत्र को लेकर फैली भ्राति दूर की जा सकती है।