Home चंदौली वर्चस्व की लड़ाई में फंसा व्यापार मंडल का चुनाव

वर्चस्व की लड़ाई में फंसा व्यापार मंडल का चुनाव

सकलडीहा। व्यापार मंडल के चुनाव को लेकर लंबे अरसे से उपापोह की स्थिति चली आ रही है एक तरफ जहां व्यापार मंडल के व्यापारी संगठन को मजबूत बनाने एवं व्यापार मंडल के नव गठन को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं वहीं दूसरी तरफ आपसी वर्चस्व के दावपेच में व्यापार मंडल की घोषित चुनाव की तिथियों पर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है। जानकारी के अनुसार कस्बा सकलडीहा में व्यापार मंडल का चुनाव हमेशा से विवादित रहा है एक तरफ जहां व्यापारी अपनी समस्या एवं संगठन के हिनदिन दशा को लेकर चिंतित है वहीं दूसरी तरफ व्यापार मंडल में आपसी वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिल रही है जिसमें आम व्यापारी मूकदर्शक की भूमिका में नजर आ रहा है। विगत दिनों व्यापार मंडल के ग्रुप में चुनाव को लेकर व्यापारियों द्वारा विभिन्न सुझाव दिए गए जिसको लेकर संरक्षक मंडल एवं जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में चुनाव अधिकारियों द्वारा घोषणा करते हुए बैठक के माध्यम से नामांकन की प्रक्रिया संपन्न कराई गई जिसमें 8 अक्टूबर को पूरी पारदर्शिता के साथ निष्पक्ष चुनाव करने को लेकर आम सहमति बनी वहीं कुछ ही दिनों बाद कुछ व्यापारियों द्वारा चुनाव की तिथियां में फेरबदल करने की आपसी सुगबुगाहट सुनने को मिली जब व्यापारी संबंधित पदाधिकारीयों से वार्ता किये तो कई तरह की बातें सामने उभर कर आई जिसको सुनकर व्यापारी पूरी तरह से भ्रमित होते नजर आये इसी बीच शुक्रवार को समाचार पत्र के माध्यम से व्यापारियों को जानकारी हुई कि व्यापार मंडल के चुनाव की तिथियां में बिना आम समिति बने एवं संरक्षक मंडल एवं चुनाव अधिकारियों को सम्मिलित किये चुनाव तिथियां में पूर्ण रूप से परिवर्तन कर दिया गया है जिस पर कई व्यापारियों द्वारा जोरदार विरोध किया गया युवा व्यापारी हिमांशु वर्मा ने चुनाव तिथियां में परिवर्तन का खंडन करते हुए कहा कि व्यापार मंडल एक प्रतिष्ठित संस्था है इसके साथ वन मैन आर्मी जैसा आदेश कत्तई चलने नहीं दिया जाएगा सर्व समाज के सरोकारों से एवं सबकी सहभागिता से किसी भी संस्था या समाज का संचालन संभव हो सकता है। वहीं युवा व्यापारी आशीष जायसवाल ने व्यापार मंडल के तिथियां में फेरबदल पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसकी घोर निंदा की है जायसवाल ने कहा कि जिम्मेदार लोग जब जिम्मेदारी से व्यापारियों के ग्रुप में तिथियां में फेरबदल को लेकर कोई भी जानकारी नहीं दिए हैं तो उनको कदापि अधिकार नहीं है कि वह तन्हा व्यापारियों के फैसले को अपने मनमाने रवैया से प्रदर्शित करें। गौरतलब हो कि चुनाव तिथियां को लेकर व्यापार मंडल के व्यापारियों में काफी घमासान मचा हुआ है। युवा व्यापारी अनिल सेठ ने कहा कि चन्द व्यापारी व्यापार मंडल के चुनाव को लेकर तानाशाही रवैया अपनाते हुए मनमानी तरीके से चुनाव की तिथियां में फेरबदल करते नजर आ रहे हैं जो सरासर गलत है। व्यापार मंडल एवं व्यापारियों की भावनाओं से किसी भी व्यक्ति को खेलने नहीं दिया जाएगा जो व्यापार हित के लिए कर्मठ एवं पूरी ईमानदारी के साथ समर्पित रहने का कार्य करेगा उसके साथ ही व्यापार मंडल के व्यापारी अपनी आम सहमति देकर सेहरा बांधने का कार्य करेंगे। बताते चलें कि विगत एक अक्टूबर को कुल तीन प्रत्याशियों द्वारा अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी की गई थी जिसमें एक प्रत्याशी द्वारा नामांकन वापस लेते हुए अपना पर्चा वापस ले लिया गया अब अध्यक्ष पद के लिए दो प्रत्याशी आमने-सामने अपने समर्थकों संग ताल ठोकते नजर आ रहे हैं।

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