चहनियां। बलुआ थाना क्षेत्र के चहनियां कस्बा में समाधान हॉस्पिटल के डॉक्टर की लापरवाही से महिला की हालत बिगड़ गयी । ऑपरेशन के नाम पर रुपये ऐंठ कर डिस्चार्ज कर दिया । परिजन महिला को लेकर वाराणसी हॉस्पिटल में भागे । परिजनों ने हॉस्पिटल के संचालक के खिलाफ बलुआ थाने में लिखित तहरीर दी है । पहले भी उपजिलाधिकारी के द्वारा छापा मारने से हॉस्पिटल संचालक फरार हो चुका है । डेरवा खुर्द गांव के रहने वाले पुष्कर पुत्र मांधाता प्रसाद अपनी भाभी सुप्रिया देवी को चहनियां स्थित समाधान हॉस्पिटल में बीते 10 अगस्त 23 को भर्ती कराया था । पीड़ित पुष्कर का आरोप है कि डॉक्टर लक्ष्मन प्रसाद ने डिलेवरी का ऑपरेशन किया । आठ दिन अपने यहां भर्ती किया । फिर 20 हजार रुपये लेकर डिस्चार्ज कर दिया । दो दिन बाद भाभी को ब्लीडिंग शुरू हो गया । मैं पुनः हॉस्पिटल में लेकर गया । जहाँ डॉक्टर ने ब्लड चेकिंग व पानी चढ़ाने के नाम पर फिर 3 हजार रुपये लिये । जबकि कोई जांच नही किये । पानी चढ़ाकर डिस्चार्ज कर दिया । दस दिन बाद फिर ब्लीडिंग हुई तो मैं डॉक्टर लक्ष्मन के पास गया । जो मुझे वाराणसी एक हॉस्पिटल में जाने के लिए बोले । मैं इनके बताये हॉस्पिटल में गया । वहां इलाज के नाम पर 80 हजार रुपये लिए । हालत और बिगड़ गयी । फिर मैं भाभी को दूसरे हॉस्पिटल में भर्ती कराया । जहाँ इलाज के बाद कुछ सुधार है । जब मैं समाधान हॉस्पिटल में फोन किया तो डॉक्टर सीधे बोले कि मुझसे कोई मतलब नही है । मैंने बलुआ थाने में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है । ग्रामीण इलाकों में ऐसे डॉक्टरों के कारण गरीबो का शोषण हो रहा है ।
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इसके पहले भी समाधान हॉस्पिटल के संचालक द्वारा कई लोगो के साथ छलावा हो चुका है । उपजिलाधिकारी मनोज पाठक द्वारा कुछ महीने पूर्व समाधान हॉस्पिटल पर छापा पड़ चुका है । उस समय ये हॉस्पिटल छोड़ कर फरार हो गया था ।