चहनिया। सहकारिता विभाग में इन दिनों सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी के लिए विभिन्न नई योजनाओं की घोषणा की गई है। जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके ।इस समय धान की रोपाई चल रही है उन्हे खाद की सख्त जरूरत है । जिसके लिए किसान परेशान हो रहे है ।समितियों पर आए दिन ताला लटका रहता है । किसान खाद के लिए इधर भटक रहे हैंऔर प्राइवेट दुकानों से खाद खरीदने को मजबूर है।गौरतलब है कि चंदौली जनपद के विकास खंड सकलडीहा, धानापुर , व चहनिया में लगभग तीन दर्जन सहकारी समितिया मौजूद है । जिसके माध्यम से किसानों को खाद बीज कीटनाशक दवाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था है । मगर मौजूदा समय में अधिकतर समितियों की हालत बद से बदतर हो चुकी है कर्मचारियों की मनमानी प्रमुख कारण है ।इस वक्त तीनों ब्लॉक में मात्र तीन या चार कैडर सचिव ही बचे है । जिनके कंधो पर दो दो तीन तीन समितियों का चार्ज सौंपा गया है। तो दूसरी तरफ विभाग द्वारा शेष अन्य समितियों पर प्रभारी सचिव नियुक्त किया गया है। उन्हें भी दो दो समिति सौंपी गई है। जिससे समितियो का सही ढंग से संचालन नही हो पा रहा है , जिसका मुख्य कारण विभागीय उच्चाधिकारी ही बताए जा रहे हैं।
किसानों की मानें तो है कुछ प्रभारी सचिव अपने चार्ज वाली समितियो को चौकीदारों के भरोसे चला रहे है और चौकीदारो द्वारा किसानों के साथ भेद भाव के साथ ही सरकार द्वारा निर्धारित रेट से पांच से दस रुपए अधिक मनमाने रेट पर खाद बिक्री करते है । विरोध करने किसानों से उलझना आम बात हो गईहै । अधिकारियों से शिकायत भी काम नही आती है ।इस संबंध में संजीव सिंह सहायक विकास अधिकारी, सहकारिता विकास खंड चहनिया व धानापुर व सकलडीहा ब्लॉक के ए डी ओ आशीष सिंह ने बताया कि हमारे सभी समितियों पर यूरिया व डी ए पी खाद मौजूद है । सभी सचिवों को निर्देश दिया गया है की अपने अपने समिति कार्यालयों पर सभी सचिव हफ्ता में किस किस दिन उपस्थित रहेंगे लिखना है साथ ही खाद बिक्री कानिर्धारित रेट , और सभी अधिकारियों का संपर्क नंबर दीवार पर अवश्य लिखवाए जिससे किसान को सुविधा मिल सके इस आदेश के पालन नहीं करने पर संबंधित सचिव के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी ।
चहनिया विकास खंड क्षेत्र के बी पैक्स सहकारी समिति नादी के प्रतिनिधि अजीत सिंह का आरोप है कि चहनिया विकास खंड में कुल बारह समितियां मौजूद है । जिसमे अधिकतर समितियों पर खाद बीज के लिए किसानों को परेशान होना पड़ता है ।क्यों कि समितियों पर नियमित रूप से सचिव नही मिलता है । जिससे किसान प्राइवेट दुकान से खाद खरीदने को मजबूर हैं।
उन्होंने जिलाधिकारी महोदय चंदौली का ध्यान आकृष्ट कराया है कि सभी समितियों पर खाद की बढ़ती मांग को देखते हुए सचिवों को निर्धारित रेट पर खाद वितरण कराने की मांग किया है ।