चंदौली न्यूज़ पशु चिकित्साधिकारी डॉ एस के सिंह ने जानकारी दिया की सेक्स सार्टेड सीमेन की मदद से गायो को बछिया होने की संभावना नब्बे प्रतिस् है। जिसे पशुपालको को जादा लाभ है। ऐसे मे जहाँ बछड़ो की उपयोगिता कम हो गया है जिसे छुटा पशुओं से किसानो को दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है ऐसे मे सेक्स सार्टेड सीमेन पशुपालको के लिए किसी वरदान से कम नही है। बछिया होने से पशुपालको को जादा मुनाफा और दुग्ध उत्पादों में लाभ होगा।सेक्स सार्टेड सीमेन को सकलडीहा पशुचिकित्सालय, डेढ़गावा, सदलपुरा, पशुसेवा केंद्र दिघवट में गायो को ले जा कर मात्र सौ रुपये के शुल्क में पशुपालक लाभ ले सकते है।*पशु पालको के लिए मिल रहे सरकारी लोन*डा एस के सिंह ने बताया की पशु पालक अपने दुधारू पशुओ को चारा आदि पौष्टिक आहर के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (पशुपालन घटक) बनवा कर सरकारी ऋण का लाभ ले सकते है जिसके लिए आधारकार्ड, फोटो,बैंक पासबुक, के साथ नजदीकी पशु सेवा केंद्र/पशु चिकित्सालय पर जा कर संबंधित मदद ले सकते है। पशु चिकित्सालय पर मौजूद डॉक्टर कर्मचारी ऋण के लिए आवेदन फार्म भरने की जानकारी में मदद करेंगे।*पशु है बीमार तो डायल करे 1962*पशु पलाको को सबसे बड़े लाभ निशुल्क एंबुलेंस की सुविधा शुरू की गयी है। उप पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके सिंह ने बताया कि पशुपालकों के लिए जो अपने घर से अपने पशुओं को पशु सेवा केंद्र तक नहीं ले जा सकती उनके लिए 1962 पशु एंबुलेंस सेवा बहुत बड़ी सुविधा है जिसमें एक पशु डॉक्टर एक सहायक के साथ एंबुलेंस ड्राइवर मौजूद रहेंगे और वह पशुपालक की गांव में जाकर मात्र ₹5 की रजिस्ट्रेशन पर पशुओं का इलाज करेंगे जिससे पशुपालकों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी यह सुविधा खासकर उन पशुपालकों के लिए सबसे बड़ी दर्द भरी है जिनके घर पुरुष बाहर रहते हो और महिलाएं पशुपालन करती हो और पशुओं को पशु चिकित्सालय पशु सेवा केंद्र ले जाने में असमर्थ हो उनके लिए पशु एंबुलेंस सेवा किसी वरदान से कम नहीं है डॉ एसके सिंह ने बताया कि यह सुविधा सकलडीहा ब्लाक के क्षेत्रों में शुरू कर दी गई है। *गर्मी से पशु पालक करे पाशुओ का बचाव*सकलडीहा पशु चिकित्सा केंद्र पर बीमार पशुओं के इलाज के लिए गए ग्रामीण को पशु सेवा केंद्र पर मौजूद बसंत कुमार सिंह(वेटनरि फर्मेसिस्ट) ने बताया कि डा एस के सिंह ने सभी पशु सेवा केंद्रो पर यह निर्देश दिये है की पशुपालक मवेशियों का ख्याल सावधानीपूर्वक रखें इस भीषण गर्मी की वजह से आए दिन पशु बीमार हो जा रहे हैं जिसे पलको को दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। पशुपालक अपने पशुओं की देखभाल अच्छे से करें गर्मी से बचाव हेतु सुबह 9:00 बजे तक अपने पशुओं को चारा खिलाकर छांव में बांध दे। और पशुओं को दिन भर में कम से कम तीन बार पानी अवश्य पिलाएं । धूप से बचाव के लिए पशुओं को घरों में या छायादार स्थान में रखें खास करके दूध दे रहे पशुओं को और पशुओं की छोटे बच्चों का विशेष ख्याल रखें पशुओं को बीमार होने पर तुरंत नजदीकी पशु सेवा केंद्र पर जाकर के संपर्क करें।इस अवसर पर कर्मचारी सुनील कुमार(पत्रवाहक) सहित तमाम पशुपालक मौजूद रहे।
