चंदौली। चंदौली जिले के रहने वाले अधिवक्ता विभूति नारायण पांडेय ने बताया की समर सिंह की जमानत याचिका को बनारस कोर्ट ने आज खारिज कर दिया। बनारस कोर्ट मे आकांक्षा दुबे के वकील शशांक शेखर त्रिपाठी, अशोक यादव, विभूति नारायण पांडे, ने जमानत का विरोध किया था। जिसको सुनने के बाद कोर्ट ने समर सिंह की आज मिलने वाली जमानत को खारिज कर दिया ।
जानिए क्या था आकांक्षा दुबे का प्रकरण- जैसा की पहले से ही सबको पता है कि आकांक्षा दुबे और समर सिंह एक साथ पिछले 4 साल से साथ काम कर रहे थे दोनों ने साथ में कई हिट गाने भी दिए और आकांक्षा दुबे और समर सिंह अलग अलग कलाकारों के साथ काम कर रहे थे और गाने हिट हो रहे थे लेकिन समर सिंह ये कभी नही चाहते थे कि आकांक्षा दुबे किसी और हीरो के साथ काम करे। जितने भी काम उसने और हीरो के साथ किए वो सभी काम समर सिंह के विरुद्ध जाकर किए जिसके बाद आकांक्षा के साथ समर सिंह बुरी तरह से गाली गलौज करता था और मारता पीटता भी था जिसके कई साक्ष्य उपलब्ध हैं और बाद में गुस्सा उतरने पर आकांक्षा को मनाता था लेकिन धीरे धीरे ये घटनाएं बढ़ती गई और इन सब घटनाओं के विषय में आकांक्षा भोजपुरी इंडस्ट्री के कुछ लोगों को बताती भी थी। जबकि कई बार आकांक्षा की मां को जब पता चला की समर सिंह ने आकांशा को परेशान किया तो उन्होंने उसे फोन करके बहुत कुछ कहा भी और चेतावनी भी दी कि कभी मेरी बेटी को फिर हाथ लगाया तो ठीक नही होगा लेकिन फिर ये घटना हुई और आकांक्षा की मां ने आकांशा को कहा की तुम क्यों बर्दास्त करती हो कंप्लेन करो पुलिस में लेकिन आकांक्षा जो शायद समर सिंह के बहकावे में आ गई थी… क्योंकि समर सिंह ने उसे शादी का वादा किया था और उसके साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह भी रहा था इसलिए वो अपनी मां की बात को टालती गई और उसने कोई कंप्लेन नही की कैरियर और इंडस्ट्री की दुहाई देकर मां को समझा दिया और ये सिलसिला चलता रहा और आकांक्षा के किसी भी तरीके के प्रतिकार को न देख कर उसका मन बढ़ता गया और वो आकांक्षा के जीवन में और ज्यादा हस्तक्षेप करता गया नतीजा ये हुआ कि 21अक्टूबर2022 को आकांक्षा का जन्मदिन था और उसकी पार्टी संदीप सिंह ने ऑर्गनाइज की जिसमें आकांशा और समर के दोस्त भी आए जिसमें अरुण पांडे और श्रद्धा पांडे भी थे। पार्टी संदीप ने ऑर्गनाइज की आकांशा के लिए ये बात समर को अच्छी नही लगीं लेकिन पार्टी में तो सब ठीक रहा लेकिन पार्टी के बाद नशे में समर सिंह ने आकांशा को सारे स्टाफ के सामने मारा कि क्यों संदीप ने तुम्हारी पार्टी ऑर्गनाइज की जब मैं तुम्हारा खर्चा उठता हूं चुकी इससे पहले सारी मार पीट गाली गलौज अकेले होती थी इसलिए बात खत्म हो जाती थी चुकी इसबार ये सबके सामने हुआ तो आकांक्षा ने सब कुछ खत्म करके आगे बढ़ने का मन बना लिया।