स्वास्थ्य विभाग के जागरूकता अभियान ने लाया रंग
खुशहाल परिवार के लिए पुरुष आरहें आगे– डॉ एस के सिंह
चंदौली, 4 अप्रैल 2023
जनसंख्या नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्थाई एवं अस्थाई परिवार नियोजन को बढ़ावा दिया जा रहा है| इसके लिए परिवार नियोजन पखवाड़ा एवं सास बेटा बहू सम्मलेन जैसे अन्य कार्यक्रमों का आयोजन शहरी एवं ब्लॉक स्तरीय करके परिवार नियोजन के साधन के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है | इस दौरन पुरुष नसबंदी पर भी बल दिया जा रहा है| महिला नसबंदी की अपेक्षा पुरुष नसबंदी ज्यादा आसान और सरल होता है| इसलिए पुरुष नसबंदी को बढ़ावा देने के लिए पुरुषों को प्रेरित किया जाता है| और इसलिए विभाग की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाकर पुरुष नसबंदी को बढ़ावा देने के साथ, पुरुषों में फैले भ्रम को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है| इसमें सफलता भी मिल रही है| खुशहाल और छोटा एवं स्वस्थ परिवार कि भागीदारी निभाने के लिए पुरुष भी आगे रहें है| यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वाई के राय ने दी| उन्होंने बताया कि एक वर्ष में 51 पुरुषो ने नसबंदी अपनाई है l
परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ एस के सिंह ने कहा कि पुरुष नसबंदी को लेकर चलाए जा रहा अभियान अब रंग लाता हुआ दिखाई दे रहा है| परिवार नियोजन से जुड़े स्वास्थ्य कर्मियों की वजह से जिले में पुरुष नसबंदी के लिए प्रेरित लाभार्थी आगे आ रहे है| अपनी इच्छा से नसबंदी करा कर अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं| पुरुष नसबंदी को लेकर पुरुषों में बैठा भ्रम अब धीरे धीरे खत्म हो रहा है|विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से नसबंदी को लेकर लगातार पुरुष एवं माहिलाओं को इसके बारे में विस्तृत जनकारी दी जा रही है| जिसका परिणाम यह हो रहा है कि सदर ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 14 फरवरी को एक साथ पाँच पुरुष नसबंदी के लिए आगे आए|
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक कुल 51 पुरुषो ने नसबंदी अपनाई है|वही अप्रैल से मार्च तक कुल 10500 महिलाओ ने नसबंदी की सुविधा अपनायी| पुरुष या महिला नसबंदी के लिए पति-पत्नी दोनों को एक साथ परामर्श दे कर बताया जाता है,कि नसबंदी कितना आसान और सुरक्षित है| इससे शारीरिक क्षमता पर कोई असर नहीं होता है| उन्होंने कहा कि महिला नसबंदी में महिलाओं को कई समस्यों से गुजरना पड़ता है| वही पुरुष नसबंदी में ऐसा कुछ नहीं है| इसलिए (योग्य दंपति) जिनका परिवार पूर्ण हो चुका है,उस परिवार के पुरुष को इसके लिए आगे आना चाहिए|और अपने परिवार को स्वस्थ और खुशहाल बनाने की ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए|
सदर ब्लॉक से सुरेश कुमार (45) ने कहा कि मेरे दो बच्चे है| दोनों को अच्छी शिक्षा अच्छा रहन सहन देना है| सब कुछ अच्छा है| परिवार के भविष्य के लिए आगे कि सोच रख कर चलना होगा| छोटा परिवार से खुश हूँ| इस लिए नसबंदी करवाया | अपने दोस्तों से बात कर उन्हें भी साथ लेकर आयें| बहुत खुश हूँ कोई परेशनी नहीं दो घंटे में घर चला आया | इसी ब्लॉक के दिनेश यादव (42)ने कहा कि उन्होंने 14 फरवरी को नसबंदी करवाया| परिवार बढ़ा कर क्या करूंगा| हम चार लोग और माता पिता एक साथ रहते है| बच्चों को अच्छा भविष्य और हम दोनों को अच्छी जिंदगी जीने के लिए अब और परिवार नहीं बढ़ाना चाहते है| वह कहते ही कि मैं तो और लोगों को कहूँगा कि नसबंदी के लिए पत्नी को नहीं पति आगे आना चहिये | नसबंदी कराये |